अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन के लिए भयंकर भीड़ उमड़ रही है। गुरुवार को, मंदिर के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की संख्या 10 लाख से अधिक होने का अनुमान बताया जा रहा है। ऐसे में दर्शन की योजना बना रहे श्रद्धालुओं के मन में तरह-तरह की भावनाएं उत्पन्न हो रही है, जैसे कि - दर्शन की प्रक्रिया क्या है, दर्शन के लिए कौन सा सही उपयुक्त होगा। इसके अलावा भी कहीं ऐसे सवाल है जो लोगों के मन में चल रहे हैं जैसे की मंदिर का कुल क्षेत्रफल कितना है, बनावट कैसी है और इसे बनाने में कुल कितनी लागत लगी है। अगर आप भी इन सवालों के जवाब जानना चाहते हैं तो बनी रही हमारे साथ इस पोस्ट में!
पहली बार इक्कठा हुए इतने VIP's
आपको बता दें कि अयोध्या में बने श्री राम जानकी मंदिर को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल बना हुआ हैं। भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी मंदिर के उद्घाटन समारोह में इतने लोग इक्कठा हुए हो। देश विदेश से vip लोगों ने आकर मंदिर के उद्घाटन पर आयोजित प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लिया। भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब देश के इतने VIP's किसी समारोह में इक्कठा हुए हो। लेकिन ऐसा भी नहीं हैं कि भीड़ केवल समारोह के दिन थी। समारोह के समापन के बाद भी भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए मंदिर के बाहर, भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई हैं।
UP पुलिस का कड़ा पहरा
मंदिर के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। यूपी पुलिस के हजारों जवान मंदिर की सुरक्षा में तैनात हैं। और दर्शन के लिए आए हरेक श्रद्धालु को मंदिर में प्रवेश करने से पहले कड़े सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ता है।
पुलिस ने मंदिर परिसर में प्रवेश करने के लिए बैरिकेड लगाए हैं। भक्तों को बैरिकेड के बीच से होकर मंदिर के अंदर जाना होता है।
भक्तों में उत्साह
राम मंदिर के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों में काफी उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। आपको बता दें कि भक्त भगवान राम के दर्शन के लिए कई दिनों से इंतजार कर रहे थे।
भक्तों का कहना है कि राम मंदिर का निर्माण उनके लिए एक सपना साकार होने जैसा है। वे भगवान राम से अपने परिवार और देश की खुशहाली की कामना कर रहे हैं।
दर्शन की प्रक्रिया और व्यवस्थाएं
अगर आप भी राम मंदिर जाकर प्रभु श्री राम का दर्शन करना चाहते हैं तो आप इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से रजिस्ट्रेशन कर सकते है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने वाले भक्तों को अपने साथ रजिस्ट्रेशन कार्ड ले जाना होगा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट का लिंक यहां दिया गया है:
इस वेबसाइट पर आप राम मंदिर के दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, मंदिर के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, और श्री राम मंदिर ट्रस्ट के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करने वाले भक्तों को मंदिर परिसर में मौजूद रजिस्ट्रेशन काउंटर पर रजिस्ट्रेशन करना होता हैं।
मंदिर के अंदर दर्शन करने के लिए भक्तों को 15 मिनट का समय दिया जाता है। भक्तों को दर्शन के दौरान शांति बनाए रखने और नियमों का पालन करने का निर्देश दिया गया है।
दर्शन के बाद भक्तों का उत्साह
राम मंदिर के दर्शन के बाद भक्तों के उत्साह का माहौल देखते बनता है। दर्शन करके आए भक्तों का कहना है कि राम मंदिर के दर्शन से उन्हें एक अविस्मरणीय अनुभव हुआ है।
भक्तों का कहना है कि राम मंदिर का निर्माण भारत के लिए एक ऐतिहासिक घटना है। इस घटना से भारत की एकता और अखंडता को मजबूती मिलेगी।
भक्तों की प्रतिक्रियाएं
राम मंदिर के दर्शन के बाद कुछ भक्तों से बात की गई। उनका कहना है कि:
- "मैं आज अपने जीवन का सबसे खुशी का दिन मना रहा हूं। मैं भगवान राम के दर्शन करने के लिए कई दिनों से इंतजार कर रहा था।"
- "राम मंदिर का निर्माण भारत के लिए एक ऐतिहासिक घटना है। इस घटना से भारत की एकता और अखंडता को मजबूती मिलेगी।"
- "राम मंदिर के दर्शन से मुझे एक अविस्मरणीय अनुभव हुआ है। मैं भगवान राम से अपने परिवार और देश की खुशहाली की कामना करता हूं।"
राम मंदिर के निर्माण में कुल कितना खर्च हुआ?
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, राम मंदिर को बनाने में कुल ₹1,100 करोड़ का खर्च आया है। यह राशि भारत भर से राम भक्तों द्वारा दान के रूप में दी गई थी।
मंदिर के निर्माण की लागत निम्नलिखित मदों में विभाजित है:
निर्माण सामग्री, श्रमिकों की मजदूरी, और अन्य लागत
विवरण | लागत (₹ करोड़) |
---|---|
निर्माण सामग्री | 700 करोड़ |
श्रमिकों की मजदूरी | 200 करोड़ |
अन्य लागत | 200 करोड़ |
राम मंदिर के निर्माण में कितना समय लगा?
राम मंदिर के निर्माण का काम 5 अगस्त 2020 से शुरू हुआ था, और 22 जनवरी 2024 को मंदिर का उद्घाटन हुआ। इस प्रकार, मंदिर के निर्माण में कुल 3 साल, 6 महीने और 17 दिन का समय लगा।
मंदिर का निर्माण कार्य कई चरण में पूरा हुआ। पहले चरण में, मंदिर की नींव का काम किया गया। इस चरण में 22 मीटर गहरी नींव बनाई गई। दूसरे चरण में, मंदिर का गर्भगृह और प्रथम तल का निर्माण किया गया। इस चरण में 33 मीटर ऊंचा गर्भगृह और 108 मीटर ऊंचा प्रथम तल बनाया गया। तीसरे चरण में, मंदिर के शेष बचे सभी भागों का निर्माण किया गया, जिसमें मंदिर का शिखर और अन्य भागों का निर्माण किया गया।
मंदिर का निर्माण 2023 में शुरू हुआ था और 2024 में पूरा हुआ। मंदिर का क्षेत्रफल 2.77 एकड़ है और इसमें एक गर्भगृह, एक मंडप और एक प्रांगण है। मंदिर की ऊंचाई 161 फीट है और इसका निर्माण लाल पत्थर से किया गया है।
राम मंदिर का निर्माण भारत के लिए एक ऐतिहासिक घटना है। यह मंदिर हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और यह भारत की एकता और अखंडता को मजबूत करता है।
निष्कर्ष:
अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन के लिए भयंकर भीड़ उमड़ रही है। मंदिर के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों में उत्साह का माहौल है। राम मंदिर के दर्शन से भक्तों को एक अविस्मरणीय अनुभव हो रहा है। इसलिए यदि आप भी राम मंदिर के दर्शन की योजना बना रहे हैं तो देर ना करें, इस पोस्ट में दिए गए लिंक के माध्यम से आप मंदिर के दर्शन के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।