दक्षिण कोरिया की जन्म दर, जो पहले से ही दुनिया में सबसे कम थी, एक बार फिर गिर गई है, जिससे "राष्ट्रीय विलुप्ति" का डर पैदा हो गया है। इस गिरावट के कारणों और इसे रोकने के लिए क्या किया जा सकता है, इस पर लगातार बहस चल रही है।
स्टैटिस्टिक्स कोरिया के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में देश की जन्म दर में 2022 की तुलना में 8 प्रतिशत की गिरावट आई है। विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा दरों के आधार पर 2100 तक देश की 5.1 करोड़ की आबादी आधे से भी कम हो सकती है।
दक्षिण कोरिया की सरकार इस गिरावट को रोकने के लिए अरबों डॉलर खर्च कर रही है, क्योंकि आबादी लगातार घट रही है। एक दक्षिण कोरियाई महिला के जीवनकाल में पैदा होने वाले बच्चों की औसत संख्या 2022 में 0.78 से घटकर 2023 में 0.72 हो गई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह संख्या 2024 में और भी कम होकर 0.68 हो सकती है। ये स्तर उस 2.1 बच्चों से काफी कम हैं जो किसी देश की जनसंख्या को उसके वर्तमान स्तर पर बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।
यह गिरावट विशेष रूप से राजधानी सियोल में केंद्रित रही है, जहाँ 0.55 की जन्म दर देश में सबसे कम है।
इस गिरावट के कई कारण बताए जाते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- बच्चों के पालन-पोषण की उच्च लागत
- लैंगिक असमानता
- अत्यधिक प्रतिस्पर्धात्मक समाज
- लंबे काम के घंटे
सरकार ने कई उपाय किए हैं, जैसे कि नकद सब्सिडी, चाइल्डकैअर सेवाएं और बांझपन के इलाज के लिए समर्थन, लेकिन इनका बहुत कम प्रभाव पड़ा है। कई युवा कोरियाई लोगों का कहना है कि ये उपाय उन चुनौतियों को दूर करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं जो उन्हें बच्चों को पैदा करने से रोकती हैं।