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Motivational Quotes
अगर कोई आपकी उम्मीद से जीता है, तो आप भी उसके यकीन पर खरा उतरिए। क्योंकि उम्मीद इंसान उसी से रखता है, जिसको वो अपने सबसे करीब मानता है।
अपने अंदर से अहंकार को निकाल कर स्वयं को हल्का करें। क्योंकि ऊंचा वही उठता है जो हल्का होता है।
जीवन में हमेशा याद रखने वाले तीन मंत्र:
- आनंद में वचन मत दीजिए।
- क्रोध में उत्तर मत दीजिए।
- दुःख में निर्णय मत लीजिए।
सफ़लता उन्हीं लोगों को मिलती है, जो लोग रिस्क लेना जानते है।
कोहरे से एक अच्छी बात सीखने को मिलती है कि, जब जीवन में कोई रास्ता न दिखाई दे रहा हो, तो... बहुत दूर तक देखने की कोशिश व्यर्थ है, धीरे-धीरे एक-एक कदम चलते चलो… रास्ता खुलता जाएगा।
स्वर्ग में सब कुछ है, लेकिन मौत नहीं। गीता में सब कुछ है, लेकिन झूठ नहीं। दुनिया में सब कुछ है, लेकिन किसी को सुकून नहीं है। और आज के इंसान में सब कुछ है लेकिन सब्र नहीं।
किसी ने क्या खूब कहा है, ना ख़ुशी खरीद पाता हूं, ना ही गम बेच पाता हूं। फिर भी मैं ना जाने क्यों हर रोज कमाने जाता हूं।
जीवन हमें हमेशा दूसरा मौका देता है, जिसे हम कल कहते है।
जो हम दूसरों को देंगे वही लौटकर वापस आएगा, फिर चाहे सम्मान हो, इज़्ज़त हो या धोखा हो।
किसी अच्छे काम की शुरुआत के लिए कोई भी वक़्त बुरा नहीं होता। इंतज़ार मत करो, जितना तुम सोचते हो ज़िन्दगी उससे कहीं तेज़ी से निकल रही है।
धैर्य होना अत्यंत आवश्यक है, माली चाहे किसी पेड़ को कितना भी पानी दे, फल तो वक़्त आने पर ही लगेंगे।
हमारे पास भले ही अच्छा घर, कार, फैंसी कपड़े, पैसा आदि जैसी भौतिक सुविधाएं हो, पर अगर हमारे मन में संतुष्टि न हो... तो वास्तव में हम गरीब है।
यह इस बात का सूचक है कि सच्चा सुख, जिसकी हमें तलाश है, बाहर कहीं नहीं, हमारे भीतर है।
हमें बस उससे पुनः जुड़ना है, जो हम वास्तव में है, और हमें अपने ही भीतर छिपे आनंद तक पहुंचना है।
जब हम ऐसा कर लेते है तो हम जहां भी जाए, जो कुछ करें, कोई भी परिस्थिति हो, हम उस आंतरिक जुड़ाव और आत्मविश्वास को अपने साथ ले जा रहे होंगे। अगर हम ऐसा कर लेंगे... तो हम आत्मनिर्भर सुख पा लेंगे।
यह महत्वपूर्ण नहीं है कि आप सफल है या नहीं। महत्वपूर्ण यह है कि आप उतने सफल हुए या नहीं, जितनी आपके भीतर क्षमता थी।
अच्छी-अच्छी बातें
अहंकार को दूर करें — रावण को अपनी शक्तियों का बहुत अधिक अहंकार था, जिसके कारण उसे लगता था कि उसे कोई हरा नहीं सकता। उसने सभी शक्तियों को हासिल किया और सभी देवताओं को प्रसन्न करके कई वरदान भी पाएं लेकिन उसने अपने अंहकार पर विजय नहीं पाई जिसके कारण उसकी मृत्यु हुई। मनुष्य को अपने अंहकार को खुद से बड़ा नहीं समझना चाहिए।
अपने राज़ किसी के साथ साझा न करें — रावण ने विभीषण को अपनी मृत्यु से जुड़ा राज़ बताया जिसका खामियाजा उसे उठाना पड़ा। इससे आपको सीखना चाहिए कि मनुष्य को अपने राज़ किसी से साझा नहीं करने चाहिए।
धर्म के पथ पर चलें — विभीषण ने अपने भाई का साथ देने की जगह धर्म का पथ अपनाया और श्री राम का साथ दिया। इससे हमें सीखना चाहिए कि हम सभी को धर्म के रास्ते पर चलना चाहिए। धर्म सभी रिश्तों से बढ़कर है।
हमारी खुशियां इस चीज पर निर्भर नहीं करती कि हमारे पास क्या है? बल्कि इस चीज पर निर्भर करती है कि हमारे पास जो है, हम उसके लिए कैसा सोचते है। हो सकता है हम बहुत थोड़े में भी बहुत खुश हो, और बहुत अधिक पाकर भी इतना खुश ना हो।
हम न तो नास्तिक है, और न ही आस्तिक है, हम तो केवल वास्तविक है।
जो अच्छा लगे वह ग्रहण करो। जो बुरा लगे उसका त्याग करो। फिर चाहे वो धर्म हो, कर्म हो, मनुष्य हो या विचार हो।
हर सुबह आपकी कहानी में एक नया पेज शुरू कर देती है। आज इसे महान बनाएं।
समय का सदुपयोग — एक बच्चा पैदा होता है, फिर समय बीतने के साथ वह किशोर होता है, युवा होता है, मध्य वय का होता है और फिर बूढ़ा हो जाता है। ऋतुएं भी समय के अनुसार आती है। पौधों में फूल आते है और फल लगते है। एक महीने में धान नहीं उगता और न ही एक साल में बच्चा वयस्क हो सकता है। हर चीज का समय होता है, और हर एक चीज़ अपने समय से होती है। अगर आप समय को बर्बाद करते है, तो समय आपको बर्बाद कर देगा।
भविष्य एक ऐसी चीज़ है जिसकी ओर हर कोई साठ मिनट प्रति घंटे की गति से ही बढ़ता है, चाहे वह कुछ भी करे, चाहे वह कोई भी हो।
समय ही धन है। समय एक स्वतंत्र शक्ति है। वह किसी का इंतज़ार नहीं करता। एक भी मिनट अगर काम के लिए नहीं खर्च हुआ तो समझे नुकसान हमेशा के लिए हुआ। वह खोया मिनट कभी वापस नहीं मिल सकता।
समय की हत्या करना कत्ल नहीं, खुदकुशी है। मतलब यह कि अगर समय को बेकार निकल जाने देते हैं, तो हम किसी दूसरे को नुकसान नहीं पहुंचाते, बल्कि अपना ही नुकसान करते है।
कुछ लोग हमेशा इसी बात का रोना रोते हैं कि उनके पास कुछ करने के लिए जरूरी समय ही नहीं है। यह ठीक नहीं है। अगर हम समझदारी के साथ अपने काम की योजना बनाकर काम करे, तो हर चीज के लिए काफी समय मिल जाएगा।
समय ही सफलता की कुंजी है, समय पर हमारा अधिकार नहीं है। अगर हम कुछ कर सकते है, तो सिर्फ यही कि इसे अच्छी तरह इस्तेमाल कर ले।
जिस तरह समय पर न पहुंचने पर ट्रेन छूट जाती है तो वह हमेशा के लिए छूट जाती हैं, वैसा ही समय के साथ है। अगर आपने समय को एक बार हाथ से निकल जाने दिया या बेकार जाने दिया, तो वह हमेशा के लिए चला जाता है। आप उसे दोबारा नहीं पकड़ सकते और न ही वापस हासिल कर सकते है।
कर्म का फल व्यक्ति को उसी तरह ढूंढ़ लेता है, जैसे कोई बछड़ा सैकड़ों गायों के बीच अपनी मां को ढूंढ़ लेता है।
इस दुनिया में कुछ भी अच्छा या बुरा नहीं है, हमारी सोच इसे बनाती है। एक चाकू तब अच्छा होता है, जब एक सर्जन इसका इस्तेमाल जान बचाने के लिए करता है, और बुरा तब होता है, जब कोई आतंकवादी इसे मारने के लिए इस्तेमाल करता है।
भगवान श्री कृष्ण कहते है: जब ज्यादा हंसने और बोलने वाला इंसान अगर चुप हो जाए। तो समझ लीजिए वो इंसान अंदर से टूट चुका है।
नदी का पानी मीठा होता है, क्योंकि वो पानी देती रहती है। सागर का पानी खारा होता है, क्योंकि वो हमेशा लेता रहता है। नाले का पानी हमेशा दुर्गंध देता है, क्योंकि वो रुका हुआ होता है।
यही ज़िन्दगी है, देते रहोगे तो सबको मीठे लगोगे, लेते रहोगे तो सबको खारे लगोगे और अगर रुक गए तो सबको बेकार लगोगे। सत्कर्म ही जीवन है।
जीवन के लिए प्रेरणादायक उद्धरण:
जो बदला जा सके उसे बदलो, जो बदला ना जा सके उसे स्वीकार करो, और जो स्वीकारा ना जा सके उससे दूर हो जाओ। लेकिन स्वयं को खुश रखो।
कौन से कपड़े पहनूं जिससे मैं अच्छा लगूं? ये तो हम हर रोज सोचते है। पर कौन सा कर्म करुं… जिससे मैं भगवान को अच्छा लगूं? यह कोई कभी भी नही सोचता।
तन की खूबसूरती एक भ्रम है, सबसे खूबसूरत आपकी वाणी है। चाहे तो दिल जीत लो, चाहे तो दिल चीर दो।
इंसान सब कुछ कॉपी कर सकता है, लेकिन किस्मत और नसीब कभी नहीं।
मुझे एक किताब मिली जिसका नाम था, "किसी भी काम में सबसे अच्छा कैसे बने?" उस किताब में केवल एक पेज था, जिसमे केवल एक शब्द लिखा था — "अभ्यास"।
यदि कोई आपको अच्छा लगता है, तो याद रखना अच्छा वो नहीं, अच्छे आप है क्योंकि आप में अच्छाई देखने का नजरिया है।
सूर्य हमेशा चमकता है परंतु कभी-कभार बादल उसे ढक लेते है। चाहे आप कितने ही सकारात्मक हो, यह जान लें कि नकारात्मक और हतोत्साहित करने वाले लोगों के बजाय सकारात्मक और प्रोत्साहित करने वाले लोगों के साथ उठना बैठना महत्वपूर्ण है।
यह जीवन बैंक खाते की तरह है, लोग या तो जमा करेंगे या आपके सपनों में कुछ जोड़ेंगे, या फिर वे निकाल लेंगे और आपके सपनों में कुछ कमी कर देंगे। मित्रों, यह ड्रेस रिहर्सल नहीं है, यह तो जीवन नाटक है। अपने सपनों का पीछा करें, और उन लोगों के साथ रहे, जो आपके खाते में कुछ जोड़ते है।
विचारों को वश में रखिये, "वो तुम्हारें शब्द बनेंगे", शब्दों को वश में रखिये, "वो तुम्हारें कर्म बनेंगे", कर्मों को वश में रखिये, "वो तुम्हारी आदत बनेंगे", आदतों को वश में रखिये, "वो तुम्हारा चरित्र बनेगा", चरित्र को वश में रखिये, "वो तुम्हारा भाग्य बनेंगे"।
मैदान में हारा हुआ इंसान तो जीत सकता है, लेकिन मन से हारा हुआ इंसान कभी नहीं जीत सकता।
सांप घर पे दिखाई दे तो लोग डंडो से मारते है, और शिवलिंग पर दिखाई दे तो दूध पिलाते है, लोग सम्मान आपका नहीं, आपकी स्थिति और स्थान का करते है।
आपके अंदर एक छोटा सा हुनर भी आपको कामयाबी दिला सकता है, इसीलिए मेहनत और लगन से अपने हुनर को निखारते जाए।
दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे आप बदल नहीं सकते, इसके लिए जरूरत होती है — अच्छी सोच की,,, अच्छी सोच हमें अच्छे विचार देती है, अच्छे विचार हमारे कर्मों को अच्छा बनाती है।
जो समय का मोल समझते है, समय उन्हें अनमोल समझता है।
स्वामी विवेकानंद कहते है कि आप मुझे पसंद करो या मुझसे नफरत करो, दोनो ही मेरे पक्ष में है। क्योंकि अगर आप मुझको पसंद करते हो, तो मैं आपके दिल में हूँ और अगर आप मुझसे नफरत करते हो, तो मैं आपके दिमाग में हूं, पर रहूंगा आप के पास ही।
जो आसानी से मिल जाता है वो हमेशा तक नहीं रहता, और जो हमेशा के लिए रहता है, वो आसानी से नहीं मिलता।
पैर की मोच और छोटी सोच हमें आगे बढ़ने नहीं देती, टूटी कलम और औरों से जलन खुद का भाग्य लिखने नहीं देती, काम का आलस और पैसों का लालच हमें महान बनने नहीं देती, अपना मजहब ऊँचा और गैरों का ओछा, ये सोच हमें इन्सान बनने नहीं देती।
चींटी से मेहनत सीखिए… बगुले से तरकीब... और मकड़ी से कारीगरी सीखिए। अपने विकास के लिए अंतिम समय तक संघर्ष कीजिए, संघर्ष ही जीवन है।
अपनी जिंदगी के किसी भी दिन को मत कोसना, क्योंकि अच्छे दिन खुशियाँ लाती है, और बुरे दिन अनुभव लाती है। एक सफल जिंदगी के लिए यह दोनों ही बेहद जरूरी है।
उनकी परवाह मत करो, जिनका विश्वास वक्त के साथ बदल जाए, परवाह सदा उनकी करो, जिनका विश्वास आप पर तब भी रहे, जब आपका वक्त बदल जाए।
सिक्के हमेशा आवाज करते है, पर नोट हमेशा खामोश रहते है। इसलिए जब आपकी कीमत बढे तो शांत रहिये, क्यूंकि हैसियत का शोर मचाने का जिम्मा आप से कम कीमत वालों का है।
सफलता के नियम:
- किसी और पर डिपेंड मत रहो!
- बड़े सपने देखो!
- कैलकुलेटेड रिस्क लो!
- बोलकर नहीं करके दिखाओ!
कर्मो से डरिए... ईश्वर से नहीं, क्योंकि ईश्वर माफ़ कर देता है, लेकिन कर्म कभी माफ नहीं करते।
चील की ऊँची उड़ान देखकर चिड़िया कभी डिप्रेशन में नहीं आती, वो बस खुद में मस्त रहती है, मगर इंसान, इंसान की ऊँची उड़ान देखकर बहुत जल्दी चिंता में आ जाते है।
तुलना से बचें और खुश रहें, ना किसी से ईर्ष्या, ना किसी से कोई होड़, मेरी अपनी है मंजिल, मेरी अपनी दौड़।
बाद में पछतावा करने से अच्छा है, एक बार और जी जान लगाकर कोशिश कर ली जाए।
अपने अन्दर से अहंकार को निकाल कर स्वयं को हल्का कीजिये, क्यूंकि ऊँचा वही उठता है जो हल्का होता है।
उदय किसी का भी अचानक नहीं होता है, सूर्य भी धीरे-धीरे निकलता है, और ऊपर उठता है।
धैर्य और तपस्या जिसमें है… वही संसार को प्रकाशित कर सकता है।
जीवन में प्रसन्न व्यक्ति वह है, जो स्वयं का मूल्यांकन करता है, दुःख़ी व्यक्ति वह है जो सिर्फ दूसरों का मूल्यांकन करता है।
यदि परिस्थितियों पर आपकी मजबूत पकड़ है, तो जहर उगलने वाले भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
आदमी की सोच और नियत समय समय पर बदलती रहती है। चाय में मख्खी गिर जाए तो चाय फेंक देता है, और अगर देशी घी में मख्खी गिर जाए तो मख्खी को फेंक देता है।
जब भी कभी बारिश शुरू होती है, तो पक्षी अपना-अपना घोंसला ढूंढने के लिए इधर उधर जाते है। लेकिन चील एकमात्र ऐसा पक्षी है, जो बादलों के ऊपर चला जाता है और उसे बारिश का कोई फर्क नहीं पड़ता है। इससे हमें यह सीख मिलती है कि समस्याओ से बचने के लिए नहीं बल्कि समस्याओं को खत्म करने के लिए काम करें।
स्वाद छोड़ दो तो शरीर को लाभ है, विवाद छोड़ दो तो संबंधों को लाभ है, और अगर व्यर्थ चिंता छोड़ दो तो पूरे जीवन को लाभ है।
आपका अपना भला तभी हो सकता है, जब आप दूसरों का भला करेंगे, क्योंकि यदि किसी नाव में एक सुराख हो जाता है तो फिर कोई एक नहीं, सभी डूबते है।
सफ़लता की खुशियां मनाना ठीक है, लेकिन असफलताओं से सबक सीखना अधिक महत्वपूर्ण है।
ये आदतें आपकी जिंदगी बदल सकती है:
- किताबे पढ़ना!
- नई चीज़े सीखना!
- ऑनलाइन सीखना!
- एक्सरसाइज करना!
- समय बर्बाद न करना!
- हर महीने बचत करना!
- हर महीने इन्वेस्ट करना!
- खर्चों पर नियंत्रण रखना!
- स्वास्थ्य का ख्याल रखना!
- अपना डेली शेड्यूल बनाना!
- सोशल मीडिया पर सही चीजों को फॉलो करना।!
जब आपको पैसा मिल जाता है, तब वो आपको बिगाड़ देता है, और जब आपको नहीं मिलता तब आपको भूखा मार देता है।
महान सफलता हासिल करने वाले कभी भी फालतू की बातो में अपना समय व्यर्थ नहीं करते।
जो व्यक्ति अपने समय का सम्मान करता है, वो अपने जीवन के सारे लक्ष्य प्राप्त करता है। संसार उसकी कला पहचानता है और उसे महत्व देता है जो व्यक्ति समय का महत्व नहीं पहचानत पाता, नहीं समझ पाता है, जाने अनजाने में उसका अपमान करता है, संसार उसी को भुला देता है। इसीलिए समय का सम्मान करे, उसे कभी भी व्यर्थ न जाने दे।
अपने उद्देश्य में ईमानदारी से लगे रहना ही सफलता का सबसे बड़ा रहस्य है।
हमारी सभी उंगलियां लंबाई में बराबर नहीं होती, किन्तु जब वे मुड़ती है तो बराबर दिखती है। उसी प्रकार जब हम कुछ परिस्थितियों में थोड़ा झुक जाते है तो ज़िन्दगी आसान हो जाती है।
असफलता के बिना सफलता का कोई वजूद नहीं, सफलता मंजिल है और असफलता बीच-बीच में आने वाला अवरोध।
अगर आप बीच-बीच में पड़ने वाले इन अवरोधों को हिम्मत और पक्के इरादों के साथ पार कर जाते है, तो आप असफलता को हराकर जीवन में सफलता को प्राप्त कर सकते है।
जब कभी जीवन में कष्टों से हमारा सामना हो तो हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि कष्ट के नकारात्मक लगने वाले ऊपरी स्तर के नीचे विकास और गहराई तक उतरने की संभावनाएं छुपी रहती है।
जब तक हमारे पास नकारात्मक परिस्थितियों का सामना करने और उन्हें स्वीकार करने का साहस है, तब तक हमें किसी बात से डरने की जरूरत नहीं है।
लेकिन, उससे बढ़कर इससे यह पता चलता है कि मनुष्य के लिए आध्यात्मिक जागृति कितनी स्वाभाविक है, और हम सब इससे कितने गहरे जुड़े हैं।
जिस कठिन परिस्थिति का आप सामना कर रहे है, उसे अपने आध्यात्मिकता का रस लेने और जीवन में कुछ सार्थक करने की नींव के तौर पर इस्तेमाल करें।
यदि आपको किसी एक से शिकायत है, तो उससे बात कीजिये, लेकिन अगर आपको अधिकतर लोगों से शिकायत है, तो खुद से बात कीजिये।