तमिल फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता डेनियल बालाजी का शुक्रवार (29 मार्च) रात को चेन्नई के एक निजी अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. 48 साल की उम्र में उनका अचानक निधन उनके प्रशंसकों और फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा सदमा है.
फिल्मों में खलनायक की भूमिकाओं के लिए जाने जाते थे डेनियल बालाजी
डेनियल बालाजी को खासतौर पर तमिल फिल्मों में निभाई गई खलनायक की दमदार भूमिकाओं के लिए जाना जाता था. उन्होंने 'वेट्टैयाडु विलैयाडु' और 'वाडा चेन्नई' जैसी फिल्मों में यादगार किरदार निभाए.
यहां तक चला डेनियल बालाजी का फिल्मी सफर
डेनियल बालाजी ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत कमल हासन की अधूरी फिल्म 'मरदुनायगम' में बतौर यूनिट प्रोडक्शन मैनेजर के रूप में की थी. इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में सहायक भूमिकाएँ निभाई और धीरे-धीरे अपनी पहचान बनाई. बाद में उन्हें खलनायक के रूप में पहचान मिली और उन्होंने कई फिल्मों में दमदार किरदार निभाए.
अचानक हुआ निधन, इंडस्ट्री में शोक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार को सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें चेन्नई के कोट्टिवक्कम स्थित एक अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन इलाज के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका. उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए उनके पुरासईवक्कम स्थित आवास पर ले जाया गया है. तमिल फिल्म इंडस्ट्री के कई कलाकारों, निर्देशकों और निर्माताओं के उनके अंतिम दर्शन करने की उम्मीद है. उनके निधन से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है. सोशल मीडिया पर भी उनके प्रशंसक उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
शुरुआती दिन और डेब्यू (Shuruati Din aur Debyu) [Early Days and Debut]
डेनियल बालाजी का जन्म भले ही फिल्म इंडस्ट्री से दूर हुआ था, लेकिन फिल्मों के प्रति उनका जुनून उन्हें चेन्नई ले आया. फिल्म निर्माण की बारीकियों को सीखने के लिए उन्होंने कमल हासन की महत्वाकांक्षी परियोजना 'मरदुनायगम' में बतौर यूनिट प्रोडक्शन मैनेजर काम किया. हालांकि, ये फिल्म कभी रिलीज नहीं हो पाई. इसके बाद उन्होंने फिल्म निर्माण में ही अपना करियर बनाने का फैसला किया. लेकिन किस्मत उन्हें पर्दे के पीछे से पर्दे पर ले आई.
बतौर सहायक कलाकार सफलता (Bataur Sahayak Kalakaar Safalta) [Success as Supporting Actor]
डेनियल बालाजी ने कई फिल्मों में सहायक कलाकार के रूप में काम किया. उनकी दमदार उपस्थिति और अभिनय प्रतिभा को धीरे-धीरे पहचाना जाने लगा. 'विक्रम' जैसी फिल्मों में उनके काम को सराहा गया. वह मुख्य रूप से एक्शन और थ्रिलर फिल्मों में नजर आते थे, जहां उनकी खलनायक की भूमिकाएं दर्शकों के लिए यादगार बन गईं.
खलनायक के रूप में पहचान (Khlnayak ke Roop mein Pehchaan) [Recognition as Villain]
फिल्म 'वेट्टैयाडु विलैयाडु' (2006) में डेनियल बालाजी को एक अलग ही तरह का खलनायक निभाने का मौका मिला. उनकी शातिर और बेरहम किरदार को दर्शकों ने खूब सराहा. इस फिल्म के बाद उन्हें कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं मिलीं और वह तमिल सिनेमा के जाने-माने खलनायकों में से एक बन गए. 'कुशु' जैसी कॉमेडी फिल्मों में भी उन्होंने अपने अभिनय का लोहा मनवाया.
अंतिम विदाई (Antim Vidai) [The Final Farewell]
डेनियल बालाजी का जाना तमिल फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी क्षति है. उनके निधन से फिल्म जगत में एक ख़ालीपन पैदा हो गया है. वह न केवल एक प्रतिभाशाली अभिनेता थे बल्कि फिल्म इंडस्ट्री के सहयोगी भी थे. उनके परिवार और मित्रों के लिए ये एक कठिन समय है. उनकी आत्मा को शांति मिले, यही प्रार्थना है.